Bank Full form in Hindi और Bank क्या है?,बैंक का इतिहास,बैंक कितने प्रकार के होते हैं?,भारत में बैंक का इतिहास,Bank Meaning In Hindi क्या होता है? इस प्रकार के सारे सवालों के जवाब इस पोस्ट में मिल जाएगी इसलिए इस पोस्ट को पूरा जरुर पढ़े
हो सकता है आप Bank के बारे में बहुत कुछ जानते भी होंगे | आज के समय में आपको देश के हर एक कोने में कोई न कोई बैंक देखने को मिल ही जाएगा और आज के डिजिटल युग में हर एक व्यक्ति के पास कम से कम बैंक का एक खाता तो होना ही चाहिए चाहे वह एक स्टूडेंट हो
या कोई और जिसमे आप अपना पैसा जमा तो कर ही सकते है इसके आलावा इस समय में सरकार के द्वारा चलाये जाने वाला कोई भी स्कीम जिसकी राशी बैंक अकाउंट में ही आता है इसलिए आपको इससे जुड़ी जानकारी होनी चाहिए ताकि आप अपने बैंक खाते को अच्छे से
मेनेज कर सके तो चलिए इस पोस्ट में हम बैंक से जुड़ी पूरी जानकारी देते है | सबसे पहले जानते है की बैंक क्या है? बैंक का पूरा नाम हिंदी में क्या होता है? और bank ka full form क्या होता है?
Bank Full Form in Hindi
बैंक का फुल फॉर्म BANK – बॉरोइंग,एक्सेप्टिंग,नेगोसीएटिंग,कीपिंग ( BANK – Borrowing, Accepting, Negotiating, Keeping ) होता है |
Bank Meaning In Hindi
B – Borrowing ( बॉरोइंग ) जिसका मतलब उधार देना होता है |
A – Accepting ( एक्सेप्टिंग ) जिसका मतलब स्वीकार करना होता है |
N – Negotiating ( नेगोसीएटिंग ) जिसका मतलब तोल-मोल होता है |
K – Keeping ( कीपिंग ) जिसका मतलब रखना होता है |
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बैंक क्या हैं? (bank kya hai)
बैंक एक ऐसी संस्था होती हैं जो जनता से पैसा जमा स्वीकार करने तथा ग्राहक (खाताधरक) को ऋण देने का काम करती हैं तथा खाताधरक को विभिन्न प्रकार से पैसो के लेन-देन की सुबिधा
प्रदान करती है। साथ ही साथ बैंक किसी देश की वित्तीय अर्थव्यवस्था में भी अपना महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है बैंक एक ऐसी वित्तीय संस्थान होती है जो जनता द्वारा खाते में जमा पैसे का कुछ पेस्सेंट ब्याज भी देती है और जब
खाताधरक को पैसो की जरुरत होती हैं वो अपना पैसा आवश्यकतानुसार निकाल सकता हैं। बैंक इस प्रकार के जमा किये जाने वाले पैसा व्यापारियो को ऋण देकर ब्याज कमाते हैं।
एक ही बैंक के लिए वाणिज्य उद्योग तथा कृषि की समुचित वित्तव्यवसाय असम्भव नही तो कठिन अवश्य होता हैं। एवं विशिष्ट कार्यो के लिए अलग-अलग बैंक स्थापित की जाती हैं।
जैसेः- व्यापारिक बैंक, बचत बैंक, कृषि बैंक, औद्योगिक बैंक, विदेशी विनिमय बैंक, आदि इन सब बैंको को विनम्रपुर्वक चलाने तथा उनमे पारस्परिक तालमेल बनाये रखने के लिए केद्रिय बैंक होता हैं। जो देशभर की बैंकिग व्यवस्था का संचालन करता है।
Bank कितने प्रकार के होते हैं?
बैंक के कुछ मुख्य प्रकार निम्नलिखित हैंः-
- वाणिज्य बैंकः-वाणिज्य बैंक वे बैंक होते हैं जो जनता से जमा पुँजी स्वीकार करते हैं।
- सहकारी बैंकः-सहकारी बैंक एक ऐसा बैंक होता हैं जो जनता को कम ब्याज पर लोन देता हैं।
- विकास बैंकः- भारत में विकास बैंक के उदाहरण-भारतीय औद्योगिक वित्त निगम, राज्य वित्त निगम, कृषि एवं विकास बैंक है।
- विशेष उद्धेश्य बैंकः-कुछ ऐसे बैंक होते हैं जो अलग गतिविधि से कार्य करते हैं और किसी अलग क्षेत्र में कार्य करते हैं, तो उन्हे विशेष उद्धेश्य बैंक के नाम से जाना जाता हैं।
- केद्रिय बैंकः-केंद्रिय बैंक सभी बैंको का ब्योरा (हिसाब-किताब) रखता हैं।
Bank का इतिहास क्या है?
बैंक शब्द ईटली से लिया गया हैं। विश्वस्तर पर पहला बैंक ईटली की जेनेवा में 1904 ई0 में स्थापना किया गया था। जिसका नाम बैंको दि सैन कियार्ड़ियो सेंट जाँर्ज बैंक के नाम से भी
जाना जाता हैं। भारत में पहला बैंक ’’बैंक आँफ हिन्दुस्तान’’ था। जिसकी स्थापना अलेकजेंड़र एंड़ कंपनी के द्वारा 1770ई0 में कलकत्ता में किया था। भारत में बैंकिग व्यवसाय कि शुरुआत देशी बैंकरो तथा महाजनो से हुई।
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भारत में Bank का इतिहास
आज कल के जो बैंक होते हैं वो आज से 200 साल पुराना हैं। बहुत पहले भारत में बैंक की शुरुआत ब्रिटिश राज में हुई।19वीं सदी के शुरुआत में ब्रिटिश ईस्ट इड़िया कंम्पनी ने तीन बैंक की शुरुआत की थी।
- बैंक आँफ बंगाल जो कि 1806 ई0 में शुरु हुआ था।
- बैंक आँफ बाँम्बें जो कि 1840 ई0में शुरु हुआ था।
- बैंक आँफ मद्रास जो कि 1843 ई0 में शुरु हुआ था।
फिर बाद में इन तीनो बैंको को मिलाकर एक नया बैंक बनाया गया जिसका नाम हैं ’’इंपीरियल बैंक’’ नाम रखा गया। फिर बाद में इंपीरियल बैंक को सन् 1955 ई0 में भारतीय स्टेट बैंक (SBI) में विलय कर दिया गया।
इलाहाबाद बैंक भारत का पहला बैंक था। भारतीय रिजर्व बैंक को सन् 1934 ई0 में इसका स्थापना किया गया था और फिर भारतीय रिजर्व बैंक को बहुत सारे बैंको में बदला गया जो निम्न हैं
पंजाब नेशनल बैंक, बैंक आँफ इड़िया, केनरा बैंक, फिर इड़ियन बैंक का स्थापना हुआ। इसमें सबसे मुख्य बैंक इंपीरियल बैंक आँफ इड़िया था। उस समय भारत में तीन तरह के बैंक कार्य किया करते थे।
- भारतीय अनुसूचित बैंक
- गैर अनुसूचित बैंक
- विदेशी अनुसूचित बैंक
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निष्कर्ष (Conclusion)
मैंने आपको इस पोस्ट में बैंक से जुड़े हर पहलू के बारे में बताया हैं। दोस्तो मै उम्मीद करता हूँँ कि यह पोस्ट आपको अच्छी लगी होगी। जिसमे हमने जाना की Bank Full form in Hindi, Bank क्या है?
bank का पूरा नाम हिंदी में क्या होता है? Disclaimer :- पोस्ट में किसी भी डाटा या लेख का सत प्रतिशत सत्य होने की पुष्ठी नहीं करते | उम्मीद करते है इस पोस्ट से आपके सवालों के जवाब मिले होंगे यदि आपको इस पोस्ट में किसी भी प्रकार का गलती नजर आये तो हमें कमेंट बाँक्स में जरुर बताएँ।
FAQ.
Q. Bank Full Form in English
Ans – Full Form of BANK – Borrowing, Accepting, Negotiating, Keeping
Q. Bank ka long form
Ans – BANK – Borrowing Accepting Negotiating Keeping